AI AI (Artificial Intelligence) यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक आधुनिक तकनीकी क्षेत्र है जो कंप्यूटर और मशीनों को मानव बुद्धिमत्ता की तरह काम करने की क्षमता प्रदान करता है।

AI (Artificial Intelligence) यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक आधुनिक तकनीकी क्षेत्र है जो कंप्यूटर और मशीनों को मानव बुद्धिमत्ता की तरह काम करने की क्षमता प्रदान करता है। एआई मशीनों को सोचने, सीखने, समझने और कार्य करने की क्षमता प्रदान करता है जिससे वे नई सूचना प्राप्त कर सकते हैं, निर्णय ले सकते हैं और समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। एआई के उदाहरणों में स्वतंत्रता के साथ कार्य करने वाले रोबोट, वाणिज्यिक प्रणालियों का निर्माण, स्वतंत्र गाड़ियों का विकास, और व्यक्तिगत सहायता उपकरण शामिल होते हैं।

एआई के विभिन्न उपयोग क्षेत्रों में शामिल हैं, जिनमें विज्ञान, चिकित्सा, वाणिज्य, वित्तीय सेवाएं, यातायात, संचार, सुरक्षा, खुदरा, सरकारी सेवाएं और कई और शामिल हैं। एआई की तकनीकी नवीनतम विकास जैसे डीप लर्निंग, मशीन लर्निंग, न्यूरल नेटवर्क्स, जीपीटी, और वाणिज्यिक उपयोग के लिए एनएन एआई प्रोग्रामिंग जैसे विभिन्न तकनीकी तत्वों का उपयोग करते हुए होती है।

एआई का उद्योग इतनी महत्वपूर्णता हासिल कर रहा है क्योंकि यह उच्च स्तर की सुविधा, दक्षता और नई संभावनाओं को प्रदान कर रहा है। यह मानव समाज के लिए एक समर्पित साझा और संयुक्त मशीन बुद्धिमत्ता का निर्माण कर रहा है जो स्वचालित रूप से बदलते परिस्थितियों को समझकर कार्रवाई कर सकती है।

एआई के उदाहरणों में स्वतंत्रता के साथ कार्य करने वाले रोबोट शामिल हैं। ये रोबोट विभिन्न क्षेत्रों में काम कर सकते हैं, जैसे कि विज्ञान, स्वास्थ्य सेवा, निर्माण, और सेवा क्षेत्रों में। इन रोबोटों का उपयोग जीवन की सुविधा में सुधार, संगठनों के निर्माण और निर्माण कार्यों में मानवों की सुरक्षा के लिए किया जाता है।

एनएफसी के लिए अन्य उदाहरणों में वाणिज्यिक प्रणालियाँ शामिल होती हैं जिन्हें अपनी स्वतंत्र योग्यता के कारण चुने जाते हैं। ये प्रणालियाँ उच्च स्तर पर डेटा प्रसंस्करण, समीक्षा, ग्राहक सेवा, विपणन और बिक्री, और निर्माण प्रक्रिया के लिए एआई का उपयोग करती हैं। एआई के माध्यम से, ये प्रणालियाँ अधिक संगठित और सुविधाजनक तरीके से कार्य कर सकती हैं और उच्च स्तर की ग्राहक संतुष्टि और प्रदान कर सकती हैं।

साथ ही, एआई के उपयोग से संचार क्षेत्र में भी बड़े परिवर्तन आए हैं। वाणिज्यिक उपयोग में, व्यापार और संगठनों के लिए एआई प्रणालियों का उपयोग किया जाता है जो ग्राहक सम्पर्क का प्रबंधन, सामाजिक मीडिया के साथ निर्धारित अनुभव, वेबसाइट अभिज्ञापकता, और डेटा विश्लेषण में मदद करते हैं। इससे संचार और मार्केटिंग की प्रक्रियाएं अद्यतन होती हैं और बेहतर ग्राहक सेवा और अनुभव प्रदान की जा सकती है।

एआई के उपयोग क्षेत्रों में सुरक्षा भी शामिल है, जहां एआई प्रणालियों का उपयोग आपातकालीन प्रतिक्रियाएं प्रबंधित करने, संदेशों को स्वतंत्रता से संसाधित करने, और उच्च स्तर की सुरक्षा जांच करने के लिए किया जाता है। ये प्रणालियाँ उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा बढ़ाने, डेटा चोरी को रोकने और विभिन्न साइबर हमलों से सुरक्षा प्रदान करने में मदद करती हैं।

एआई और उसकी समस्या-समाधान क्षमता मानव समाज के लिए कई सुविधाएं प्रदान कर रही हैं। हालांकि, इसके साथ-साथ एआई की चुनौतियों और नकारात्मक पहलुओं को भी ध्यान में रखना आवश्यक है। उदाहरण के लिए, गोपनीयता की समस्याएं, डेटा की सुरक्षा, नैरक्षितता के प्रश्न, और आदिकों को समझना और संभावित समाधानों का पता लगाना महत्वपूर्ण है। संभावित नकारात्मक प्रभावों को नियंत्रित करने और एआई तकनीकों का उचित उपयोग सुनिश्चित करने के लिए नीतियों और नियमों की विशेषता का महत्वपूर्ण ध्यान देना चाहिए।

NFCएनएफसी (NFC) नियर फील्ड संचार का पूरा नाम है। यह एक छोटी-दूरी वायरलेस संचार प्रौद्योगिकी है जो उपकरणों को आपस में संचार करने

एनएफसी (NFC) नियर फील्ड संचार का पूरा नाम है। यह एक छोटी-दूरी वायरलेस संचार प्रौद्योगिकी है जो उपकरणों को आपस में संचार करने और डेटा विनिमय करने की सुविधा प्रदान करती है जब वे एक-दूसरे के पास निकटता में होते हैं, आमतौर पर कुछ सेंटीमीटर की दूरी के भीतर। एनएफसी 13.56 मेगाहर्ट्ज (MHz) की आवृत्ति पर संचार करता है और स्मार्टफोन, टैबलेट और एनएफसी सक्षम कार्ड या टैग की तरह उपकरणों के बीच संपर्करहित संचार को संभव बनाता है।

एनएफसी प्रौद्योगिकी ने अपनी सुविधा के कारण और उपयोग की विस्तृतता के कारण महत्वपूर्ण प्रसिद्धि प्राप्त की है। यह मोबाइल भुगतान के लिए व्यापक रूप से प्रयोग किया जाता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को एनएफसी

सक्षम उपकरणों को संगत भुगतान टर्मिनल पर ताल करके सुरक्षित लेनदेन करने की सुविधा मिलती है। एनएफसी का उपयोग टिकटिंग, पहुँच नियंत्रण, जानकारी साझा करने और विभिन्न अन्य एप्लीकेशनों के लिए भी किया जा सकता है।

एनएफसी की एक प्रमुख विशेषता है कि यह उपकरणों के बीच त्वरित और सुविधाजनक पेयरिंग और डेटा ट्रांसफर को संभव बनाती है। उदाहरण के लिए, एनएफसी का उपयोग करके स्मार्टफोन और वायरलेस स्पीकर के बीच एक कनेक्शन स्थापित किया जा सकता है, बस इन्हें एक-दूसरे के करीब लाने की आवश्यकता होती है। इससे जटिल सेटअप प्रक्रिया या मैन्युअल कॉन्फ़िगरेशन की आवश्यकता नहीं होती है।

पीयर-टू-पीयर संचार के अलावा, एनएफसी वार्ड अनुकरण मोड का समर्थन भी करती है, जहां एक एनएफसी सक्षम उपकरण संपर्करहित स्मार्ट कार्ड की तरह काम कर सकता है। इससे उपयोगकर्ताओं को अपने स्मार्टफोन या अन्य एनएफसी सक्षम उपकरणों के माध्यम से पारंपरिक कार्ड, जैसे क्रेडिट कार्ड या परिवहन कार्ड, को सुरक्षित लेनदेन के लिए बदलने की सुविधा मिलती है।

सक्षम उपकरणों को संगत भुगतान टर्मिनल पर ताल करके सुरक्षित लेनदेन करने की सुविधा मिलती है। एनएफसी का उपयोग टिकटिंग, पहुँच नियंत्रण, जानकारी साझा करने और विभिन्न अन्य एप्लीकेशनों के लिए भी किया जा सकता है।

एनएफसी की एक प्रमुख विशेषता है कि यह उपकरणों के बीच त्वरित और सुविधाजनक पेयरिंग और डेटा ट्रांसफर को संभव बनाती है। उदाहरण के लिए, एनएफसी का उपयोग करके स्मार्टफोन और वायरलेस स्पीकर के बीच एक कनेक्शन स्थापित किया जा सकता है, बस इन्हें एक-दूसरे के करीब लाने की आवश्यकता होती है। इससे जटिल सेटअप प्रक्रिया या मैन्युअल कॉन्फ़िगरेशन की आवश्यकता नहीं होती है।

पीयर-टू-पीयर संचार के अलावा, एनएफसी वार्ड अनुकरण मोड का समर्थन भी करती है, जहां एक एनएफसी सक्षम उपकरण संपर्करहित स्मार्ट कार्ड की तरह काम कर सकता है। इससे उपयोगकर्ताओं को अपने स्मार्टफोन या अन्य एनएफसी सक्षम उपकरणों के माध्यम से पारंपरिक कार्ड, जैसे क्रेडिट कार्ड या परिवहन कार्ड, को सुरक्षित लेनदेन के लिए बदलने की सुविधा मिलती है।

Uttar Pradesh उत्तर प्रदेश भारत का एक प्रमुख राज्य है जो उत्तरी भारत में स्थित है। यह देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक है और भूमि क्षेत्र के हिसाब से भी सबसे बड़ा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ है, जबकि प्रशासनिक और न्यायिकी राजधानी लखनऊ के अलावा नोएडा है।

उत्तर प्रदेश भारत का एक प्रमुख राज्य है जो उत्तरी भारत में स्थित है। यह देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक है और भूमि क्षेत्र के हिसाब से भी सबसे बड़ा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ है, जबकि प्रशासनिक और न्यायिकी राजधानी लखनऊ के अलावा नोएडा है।

उत्तर प्रदेश एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का भंडार है और इसमें कई मशहूर पर्यटन स्थल शामिल हैं। ताजमहल, वाराणसी, मथुरा, अयोध्या, वृंदावन, अलाहाबाद, जौनपुर, चित्रकूट और अन्य स्थान इस राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। यहां पर्यटक धार्मिक स्थल, पुरातात्विक स्थल, प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेते हैं।

उत्तर प्रदेश की जनसंख्या भारत की सबसे अधिक जनसंख्या वाली राज्य है और यहां विभिन्न धर्मों, जातियों, भाषाओं और सांस्कृतिक समुदायों के लोग निवास करते हैं। हिंदू धर्म यहां के प्रमुख धर्म है, लेकिन मुस्ल

िम, सिख, ईसाई और अन्य धर्मों के लोग भी यहां बसते हैं। भाषाई रूप से हिंदी और उर्दू यहां की प्रमुख भाषाएं हैं, लेकिन ब्रजभाषा, अवधी, बंगली, बिहारी और अन्य भाषाएं भी यहां बोली जाती हैं।

उत्तर प्रदेश भारतीय राजनीति, साहित्य, कला, संगीत, शिक्षा, विज्ञान, खेल और कई अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रसिद्ध है। यहां कई प्रमुख विश्वविद्यालय, संस्थान और साहित्यिक संगठन स्थित हैं और इसे “हिंदी का राज्य” भी कहा जाता है। उत्तर प्रदेश भारतीय तथा विदेशी पर्यटकों के लिए एक प्रमुख स्थान है जहां वे देश की विविधता, सांस्कृतिक धरोहर और गहन इतिहास का आनंद ले सकते हैं।

Kolkataकोलकाता, भारत के पश्चिम बंगाल राज्य की राजधानी है। यह एक महत्वपूर्ण शहर है और पूरे देश में अपनी महत्वपूर्णता के लिए प्रसिद्ध है।

कोलकाता, भारत के पश्चिम बंगाल राज्य की राजधानी है। यह एक महत्वपूर्ण शहर है और पूरे देश में अपनी महत्वपूर्णता के लिए प्रसिद्ध है। कोलकाता एक ऐतिहासिक शहर है जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक, लिटररी और सामाजिक आंदोलनों की जड़ें हैं। यहां की गंगा घाट, विक्टोरिया मेमोरियल, कलकत्ता हाईकोर्ट, बेलुर मठ, इंडिया

कोलकाता, भारत के पश्चिम बंगाल राज्य की राजधानी है। यह एक महत्वपूर्ण शहर है और पूरे देश में अपनी महत्वपूर्णता के लिए प्रसिद्ध है। कोलकाता एक ऐतिहासिक शहर है जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक, लिटररी और सामाजिक आंदोलनों की जड़ें हैं। यहां की गंगा घाट, विक्टोरिया मेमोरियल, कलकत्ता हाईकोर्ट, बेलुर मठ, इंडिया म्यूजियम और वॉल्टर्स्वार्थ संग्रहालय जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल ख़ास आकर्षण हैं। कोलकाता एक व्यापारिक, वित्तीय, कला, शिक्षा और साहित्यिक केंद्र है और एक विश्वविद्यालय के रूप में महत्वपूर्णता रखता है

darbhanga दरभंगा बिहार राज्य के पूर्वी बिहार में स्थित एक प्रमुख जिला है। यह बिहार के मध्य प्रदेश में स्थित है और मिथिला क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्णता रखता है। दरभंगा जिला का मुख्यालय दरभंगा शहर है

दरभंगा बिहार राज्य के पूर्वी बिहार में स्थित एक प्रमुख जिला है। यह बिहार के मध्य प्रदेश में स्थित है और मिथिला क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्णता रखता है। दरभंगा जिला का मुख्यालय दरभंगा शहर है।

दरभंगा का इतिहास विशेष रूप से मिथिला के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के कारण महत्वपूर्ण है। यहां कई प्राचीन मंदिर, गलियारे और मिथिला कला के प्रमुख केंद्र स्थित हैं। दरभंगा में एक प्रमुख पर्यटन स्थल है महावीर मंदिर, जहां माता सती सतीकुंवर की पूजा की जाती है। यहां के अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों में श्रीनगर धाम, खंडिहार और चंडी मंदिर शामिल हैं।

दरभंगा में शिक्षा क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। यहां के मिथिला विश्वविद्यालय एक प्रमुख शिक्षा संस्थान है जो

Champaran चम्पारण बिहार राज्य के पश्चिम बिहार में स्थित एक प्रमुख जिला है। यह जिला भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के ऐतिहासिक मोर्चे के रूप में महत्वपूर्ण है।

चम्पारण बिहार राज्य के पश्चिम बिहार में स्थित एक प्रमुख जिला है। यह जिला भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के ऐतिहासिक मोर्चे के रूप में महत्वपूर्ण है। चम्पारण जिले का मुख्यालय बेतिया है और यह जिला पश्चिमी बिहार की सीमा पर नेपाल के पास स्थित है।

चम्पारण का इतिहास महात्मा गांधी के आंदोलन के संबंध में महत्वपूर्ण है। चम्पारण जिले में 1917 ईसवी में महात्मा गांधी द्वारा चलाए गए असहिष्णुता और अभिशाप विरोधी आंदोलन की घटना घटी। यहां के किसानों द्वारा आयोजित किये गए आंदोलन में गांधीजी ने समर्थकता प्राप्त की थी और

इसे चम्पारण सत्याग्रह के नाम से जाना जाता है। यह आंदोलन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण पथप्रदर्शक घटना रहा है जिसने असहिष्णुता, उत्पीड़न और गरीबी के खिलाफ आवाज उठाई।

चम्पारण जिले में ऐतिहासिक महत्व के कई स्थान हैं। चम्पारण सत्याग्रह स्मारक एक स्मारकिक स्थल है

Muzaffarpur मुजफ्फरपुर बिहार राज्य का एक प्रमुख शहर है जो पश्चिमी बिहार में स्थित है।

मुजफ्फरपुर बिहार राज्य का एक प्रमुख शहर है जो पश्चिमी बिहार में स्थित है। यह गंगा नदी के किनारे स्थित है और पटना के उत्तर-पश्चिम में स्थित है। मुजफ्फरपुर बिहार की पांचवीं सबसे बड़ी जिला है और प्रशासनिक रूप से भी महत्वपूर्ण है।

मुजफ्फरपुर का इतिहास बहुत पुराना है और इसकी स्थापना प्राचीन काल में हुई थी। इसे अपने प्राचीन नाम चंपारण या चंपापुर के रूप में भी जाना जाता है। मुजफ्फरपुर की प्रमुखता काशी विद्यापीठ के गुरु विश्वेश्वरनाथ ने प्राप्त की थी, जिन्होंने यहां अपने विद्यालय की स्थापना की थी और इसे एक ज्ञान केंद्र बनाया था।

मुजफ्फरपुर के आसपास विविधता से भरा हुआ प्राकृतिक सौंदर्य मौजूद है। यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में ककोलाता झील, गोलघाट झील, वापी झील, राजा पकशी विहार और शिवाजी महाराज पार्क शामिल हैं। इन स्थलों पर घूमने के अलावा, मुजफ्फरपुर का एक महत्वपूर्ण चित्र संग्रहाल

बिना किसी कट ऑफ बिहार के सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू। जाने पूरी डिटेल्स।

इस वर्ष सेंट्रल यूनिवर्सिटी में नामांकन के लिए सीयूसीईटी एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन किया गया था। CUCET का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। अब अलग-अलग कटऑफ के आधार पर अलग-अलग विश्वविद्यालयों में नामांकन होगा। हालांकि अगर आप बिना किसी कटऑफ के बिहार स्थित सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार पंचानपुर, गया में नामांकन कराना चाहते हैं तो तीन यूजी कोर्स में नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 25 सितंबर तक इसके लिए रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। इस संबंध में विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.cusb.ac.in पर नोटिस जारी कर दिया गया है।

तीन यूजी कोर्स के लिए हो रही ओपन काउंसलिंग।

बता दें कि सीयूइटी (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट) में शामिल सभी अभ्यर्थियों के लिए ओपन काउंसेलिंग चल रही है। इस वर्ष तीन यूजी कार्यक्रमों की 258 सीटों में एडमिशन की पेशकश की गयी है। इनमें यूजी के चार वर्षीय एकीकृत बीए बीएड में कुल 63 सीटें हैं। वहीं, दूसरी चार वर्षीय एकीकृत बीएससी बीएड में 63 सीटें और तीसरी पंचवर्षीय एकीकृत बीए एलएलबी (ऑनर्स) में कुल 132 सीटें शामिल हैं।

यह है नामांकन की पूरी प्रक्रिया।

इन तीनों में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स सीयूएसबी पोर्टल www.cusbcucet.samarth.edu.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन शुल्क प्रत्येक कार्यक्रम के लिए 500 रुपये है। एससी, एसटी, पीडब्ल्यूडी के लिए यह राशि 200 रुपये हैं। प्रवेश के लिए कार्यक्रम-वार योग्यता सूची केवल उन्हीं अभ्यर्थियों में से तैयार की जायेगी, जिन्होंने तय समय सीमा में रजिस्ट्रेशन करवाया है। एडमिशन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, रजिस्ट्रेशन शुल्क का भुगतान और मूल दस्तावेजों, प्रमाणपत्रों की स्कैन कॉपी 25 सितंबर तक अपलोड करनी होगी।

28 सितंबर को आएगी पहली मेरिट लिस्ट।

रजिस्ट्रेशन के आधार पर फर्स्ट मेरिट लिस्ट 28 सितंबर को जारी कर दी जायेगी। स्टूडेंट्स 29 सितंबर से 06 अक्तूबर के बीच एडमिशन शुल्क जमा कर सकते हैं। यदि सीटें खाली रहती हैं, तो दूसरी सेकेंड मेरिट लिस्ट सात अक्तूबर को जारी की जायेगी और शुल्क जमा करने की अवधि आठ से नौ अक्तूबर तक रहेगी। इसके अलावा, रिक्त सीटों के लिए तीसरी और अंतिम मेरिट सूची 11 अक्टूबर को जारी की जायेगी। एडमिशन के लिए 12 से 14 अक्तूबर तक का समय दिया जायेगा। वर्ष 2022-23 के लिए प्रवेश पाने वाले स्टूडेंट्स की फाइनल लिस्ट 17 अक्तूबर को वेबसाइट पर प्रकाशित कर दी जायेगी। कक्षाएं 15 नवंबर को शुरू होंगी। स्टूडेंट्स एडमिशन संबंधित जानकारी इमेल admission@cusb.ac.in पर या फोन नंबर 0631 -2229512, 2229514, 2229518, 9472979367 पर प्राप्त कर सकते हैं।

बिहार बोर्ड मैट्रिक के परीक्षार्थी ध्यान दें: इस बार से बदल गया नियम। करना होगा यह जरूरी काम

मैट्रिक परीक्षा 2023 में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के लिए फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। आगामी 15 सितंबर तक परीक्षा का फॉर्म भरा जाएगा। इस बार फॉर्म भरते समय छात्रों को एक बेहद जरूरी काम करना होगा। वरना इसके बिना नामांकन फॉर्म रद्द कर दिया जाएगा। इस बार परीक्षा फॉर्म में है रजिस्ट्रेशन नंबर के अलावा एक यूनिक आईडी नंबर भी भरना अनिवार्य है। इसके लिए बिहार बोर्ड ने इंटर और मैट्रिक के लगभग 30 लाख छात्र-छात्राओं को यूनिक आईडी नंबर जारी किया गया है।

इस बार से बदली है व्यवस्था।

मालूम हो कि अभी तक मैट्रिक और इंटर परीक्षार्थी की पहचान उनके पंजीयन संख्या से होती थी। परीक्षा फॉर्म भराने के पहले छात्र-छात्रा का रजिस्ट्रेशन होता है। इस रजिस्ट्रेशन नंबर पर छात्र परीक्षा फॉर्म भरते थे। यह दोनों नंबर परीक्षार्थी का उनके जिला और उनके स्कूल की पहचान करवाता था, लेकिन अब पंजीयन संख्या के अलावा छात्र के पास यूनिक आईडी नंबर होगा। जिससे छात्र इंटर या मैट्रिक परीक्षार्थी होने की पहचान देगा। यह यूनिक आईडी हर छात्र का अलग-अलग होगा। इससे जिलावार नहीं किया गया है। यह बिहार बोर्ड के छात्र होने की पहचान देगा।

छात्र-छात्राओं का जो रजिस्ट्रेशन कार्ड जारी किया गया है उसी पर यह यूनिक आईडी दर्ज है। इसके अलावा
बोर्ड द्वारा परीक्षा फॉर्म में मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी देना अनिवार्य किया गया है। इससे बाद में परीक्षा संबंधित सारी जानकारी छात्रों को उनके ईमेल आईडी पर भेजा जा सके। इसके साथ ही बोर्ड ने आधार नंबर देने को कहा है। जिन छात्रों के पास आधार नंबर नहीं है, वो इसकी जानकारी भी फॉर्म भरने में देंगे।

जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी को झटका:महाराष्ट्र FDA ने लाइसेंस कैंसिल किया, मार्केट से वापस लेने होंगे प्रोडक्ट

महाराष्ट्र सरकार के फुड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने राज्य में जॉनसन एंड जॉनसन बेबी पाउडर के लाइसेंस को कैंसिल कर दिया है। राज्य में प्रोडक्ट की मेकिंग और सेलिंग पर भी रोक लगा दी। एफडीए ने इन्वेस्टिगेशन में पता लगाया कि पाउडर की pH वैल्यू बच्चों की हेल्थ के लिए मेंडेटरी लिमिट से ज्यादा है।

कंपनी को थमाया ‘कारण बताओ नोटिस’
FDA ने कहा कि उन्होंने कंपनी को ‘कारण बताओ नोटिस’ देकर पूछा था कि उनका लाइसेंस कैंसिल क्यों नहीं किया जाना चाहिए। लेकिन, कंपनी से सेटिस्फाइंग जवाब नहीं मिला। दरअसल, FDA ने पुणे और नासिक सेंटर से बेबी पाउडर के सैंपल लेकर जांच शुरू की थी। जांच में सामने आया कि पाउडर बच्चों की स्किन के लिए हानिकारक है।

FDA ने कंपनी से मार्केट में खराब पाउडर की बैच को वापस लेने के लिए भी कहा है।

अमेरिका-कनाडा में बंद हो गई थी बिक्री
अमेरिका और कनाडा में 2020 में ही कानूनी कारणों और बिक्री कम होने के चलते कंपनी ने पाउडर बेचना बंद कर दिया था। इस फैसले के 2 साल बाद जॉनसन एंड जॉनसन ने अगस्त में कहा था कि वह 2023 में वर्ल्डवाइड लेवल पर टैल्क-बेस्ड बेबी पाउडर बेचना बंद कर देगा। उसकी जगह कॉर्नस्टार्च-बेस्ड बेबी पाउडर बेचना शुरू करेगा।

‘कॉर्नस्टार्च-बेस्ड पाउडर की बिक्री शुरू’
महाराष्ट्र FDA ने टैल्क-बेस्ड बेबी पाउडर पर रोक लगाई। वहीं, कंपनी ने कहा था कि वे ऑर्गेनाइजेशन के ग्रोथ के लिए बेस्ट प्रोडक्ट निकालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि वे आने वाले समय में जनता की जरूरतों को बेहतर तरीके से पूरा कर पाएंगे। कई देशों में कॉर्नस्टार्च-बेस्ड पाउडर की बिक्री शुरू भी हो चुकी है।