बिना किसी कट ऑफ बिहार के सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू। जाने पूरी डिटेल्स।

इस वर्ष सेंट्रल यूनिवर्सिटी में नामांकन के लिए सीयूसीईटी एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन किया गया था। CUCET का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। अब अलग-अलग कटऑफ के आधार पर अलग-अलग विश्वविद्यालयों में नामांकन होगा। हालांकि अगर आप बिना किसी कटऑफ के बिहार स्थित सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार पंचानपुर, गया में नामांकन कराना चाहते हैं तो तीन यूजी कोर्स में नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 25 सितंबर तक इसके लिए रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। इस संबंध में विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.cusb.ac.in पर नोटिस जारी कर दिया गया है।

तीन यूजी कोर्स के लिए हो रही ओपन काउंसलिंग।

बता दें कि सीयूइटी (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट) में शामिल सभी अभ्यर्थियों के लिए ओपन काउंसेलिंग चल रही है। इस वर्ष तीन यूजी कार्यक्रमों की 258 सीटों में एडमिशन की पेशकश की गयी है। इनमें यूजी के चार वर्षीय एकीकृत बीए बीएड में कुल 63 सीटें हैं। वहीं, दूसरी चार वर्षीय एकीकृत बीएससी बीएड में 63 सीटें और तीसरी पंचवर्षीय एकीकृत बीए एलएलबी (ऑनर्स) में कुल 132 सीटें शामिल हैं।

यह है नामांकन की पूरी प्रक्रिया।

इन तीनों में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स सीयूएसबी पोर्टल www.cusbcucet.samarth.edu.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन शुल्क प्रत्येक कार्यक्रम के लिए 500 रुपये है। एससी, एसटी, पीडब्ल्यूडी के लिए यह राशि 200 रुपये हैं। प्रवेश के लिए कार्यक्रम-वार योग्यता सूची केवल उन्हीं अभ्यर्थियों में से तैयार की जायेगी, जिन्होंने तय समय सीमा में रजिस्ट्रेशन करवाया है। एडमिशन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, रजिस्ट्रेशन शुल्क का भुगतान और मूल दस्तावेजों, प्रमाणपत्रों की स्कैन कॉपी 25 सितंबर तक अपलोड करनी होगी।

28 सितंबर को आएगी पहली मेरिट लिस्ट।

रजिस्ट्रेशन के आधार पर फर्स्ट मेरिट लिस्ट 28 सितंबर को जारी कर दी जायेगी। स्टूडेंट्स 29 सितंबर से 06 अक्तूबर के बीच एडमिशन शुल्क जमा कर सकते हैं। यदि सीटें खाली रहती हैं, तो दूसरी सेकेंड मेरिट लिस्ट सात अक्तूबर को जारी की जायेगी और शुल्क जमा करने की अवधि आठ से नौ अक्तूबर तक रहेगी। इसके अलावा, रिक्त सीटों के लिए तीसरी और अंतिम मेरिट सूची 11 अक्टूबर को जारी की जायेगी। एडमिशन के लिए 12 से 14 अक्तूबर तक का समय दिया जायेगा। वर्ष 2022-23 के लिए प्रवेश पाने वाले स्टूडेंट्स की फाइनल लिस्ट 17 अक्तूबर को वेबसाइट पर प्रकाशित कर दी जायेगी। कक्षाएं 15 नवंबर को शुरू होंगी। स्टूडेंट्स एडमिशन संबंधित जानकारी इमेल admission@cusb.ac.in पर या फोन नंबर 0631 -2229512, 2229514, 2229518, 9472979367 पर प्राप्त कर सकते हैं।

बिहार का एक ऐसा स्कूल जहाँ फ़ीस के बदले कचरे लेकर दी जाती है शिक्षा

बिहार का एक ऐसा स्कूल जहाँ फ़ीस के बदले कचरे लेकर दी जाती है शिक्षा जरा सोचिये ! आप अपने स्कूल कचरा का थैला लेकर जा रहें है, सुबह-सुबह स्कूल में प्रवेश करने के साथ ही सबसे पहले  कचरे को कुड़ेदान में डाल रहें हैं । अजीब है न? शायद बहुत अजीब हैं । लेकिन गया के सेवाबीघा गांव में स्थित पदमपानी स्कूल में ऐसा होता है । वहाँ के स्टूडेंट्स की रोज़ की दिनचर्या में यह काम भी शामिल हैं ।

पदमपानी स्कूल के बच्चे रोज़ अपना स्कूल यूनिफॉर्म पहने, अपने हाथ में कचरा लेकर आते हैं और कुड़ेदान में डालते हैं । देखने में यह काफी अजीब लगता हैं लेकिन इसके बदले उन बच्चों को मुफ्त शिक्षा मिल रही है । इसके साथ ही मुफ्त में किताबें, और भोजन भी दिया जाता हैं । बच्चों द्वारा कचरे लाकर कुड़ेदान में रखने का कारण है, उन्हें स्वच्छता और पर्यावरण को साफ रखने की शिक्षा देना । यह अनोखा पहल किया है मनोरंजन प्रसाद साम्दर्सि ने ।

मनोरंजन इस स्कूल के माध्यम से ना केवल गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा दे रहें बल्कि इसके साथ ही उन्हें पर्यावरण को साफ रखने और अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए भी गाइड कर रहें हैं । मनोरंजन ने बताया कि गांव से स्कूल को जोड़ने वाली सड़क बहुत बुरी तरह से दूषित थी । इसके कारण कई सारी खतरनाक बीमारियां पनपने लगी । साथ ही हानिकारक कीड़े फसलों को भी बर्बाद कर देते थे । बारिश के वक़्त हालात और भी बत्तर हो जाते थे । गाँव के लोग और पंचायत ने इसको लेकर कुछ नहीं किया । तब मनोरंजन ने अपने स्कूल के छात्रों को यह काम सौंपा ।

“शुरू-शुरू में छात्रों ने काम करने से साफ इनकार कर दिया था । फिर मैंने उन्हें पर्यावरण को स्वच्छ रखने का महत्व समझाया इसके बाद वह मान गए और बड़ी ही उत्सुकता के साथ इस कार्य में भाग लेने लगे । बच्चों की मेहनत रंग लाई और जल्द ही सड़क साफ-सुथरी दिखने लगी । इसके साथ ही नन्हें हाथों ने पौधा-रोपण भी शुरू कर दिया । अब तक वो दो हज़ार से भी अधिक पौधे लगा चुके हैं ।” मनोरंजन ने प्रसन्नता के साथ कहा ।

बच्चों द्वारा लाए प्लास्टिक को मनोरंजन रिसाइक्लिंग के लिए दे देते हैं । स्कूल में भी छोटे पैमाने पर बच्चे रिसाइक्लिंग करने की कोशिश करते हैं । इसके अलावा मनोरंजन और भी कई समाज-कल्याण कार्य करते हैं । उनके द्वारा खड़ी की गई नई पीढ़ी की सेना बेशक हमारे देश का उज्ज्वल भविष्य है । मनोरंजन का यह प्रयास सराहनीय है ।